रोज़ाना पूरी दुनिया में पशुधन को एण्टीबायोटिक्स खिलाया जाता है, जिनमें सम्मिलित हैं - मवेशी, मुर्गियाँ, सूअर, मछलियाँ और झींगा।[2] किसान वृद्धि को बढ़ावा देने और रोकथाम (रोगनिरोध) या चिकित्सा के लिए एण्टीबायोटिक्स का उपयोग करते हैं। पशुओं की वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए एण्टीबायोटिक्स का उपयोग पूरी दुनिया में प्रतिबन्धित किया जा रहा है। हालांकि, पशुओं में उपयोग किए गए एण्टीबायोटिक्स की कुल मात्रा अनेक देशों में अज्ञात है, परन्तु पशु मूल के खाद्य पदार्थों की लिए बढ़ रही माँगों के कारण सम्भवतः बढ़ रही है।
अनुमानित 200,000 से 250,000 टन रोगाणु-रोधियों का हर वर्ष पूरी दुनिया में उत्पादन और सेवन किया जाता है।[3] इन रोगाणु-रोधियों में से लगभग 70% का सेवन पशु और 30% का सेवन मानव करते हैं। मानवों और पशुओं द्वारा सेवन किए गए अधिकांश एण्टीबायोटिक्स का उत्सर्जन मूत्र और मल में होता है, वे सीवेज तन्त्रों में प्रवेश करते हैं और पर्यावरण को संदूषित करते हैं। एण्टीबायोटिक्स के सम्पर्क में आने पर, मानवों और पशुओं में रह रहे जीवाणुओं में एण्टीबायोटिक प्रतिरोध विकसित हो सकता है। वे एण्टीबायोटिक-प्रतिरोधी जीवाणु अन्य लोगों में और पर्यावरण में फैल सकते हैं, जिसके कारण संक्रमण और मृत्यु हो सकती है (चित्र 1)।

चित्र 1: एण्टीबायोटिक प्रतिरोध: खेत से लेकर मेज तक पहुँचना।[4]
इस बात को ध्यान में रखना महत्वपूर्ण है कि अच्छे मानक खेतों में पालन-पोषण किए गए एण्टीबायोटिक-खिलाए गए पशुओं से माँस का सेवन करना सुरक्षित है यदि एण्टीबायोटिक्स को उस पशु को उसके जीवन के अन्तिम 10-20 दिन के दौरान नहीं दिया गया था। वध से पहले एण्टीबायोटिक्स को रोकने से यह सुनिश्चित होता है कि माँस में कोई एण्टीबायोटिक्स नहीं है - और इससे दवा-प्रतिरोधी जीवाणुओं द्वारा माँस के संदूषित होने का जोखिम कम होता है।
डब्ल्यूएचओ यह सिफ़ारिश करता है कि किसान और खाद्य उद्योग पशुओं की वृद्धि को बढ़ावा देने और स्वस्थ पशुओं में रोग की रोकथाम करने के लिए एण्टीबायोटिक्स के नियमित उपयोग को रोकें।[5] रोग की रोकथाम करने के लिए स्वस्थ पशुओं को एण्टीबायोटिक्स केवल तभी प्राप्त होना चाहिए यदि उसी झुण्ड (फ़्लॉक), झुण्ड (हर्ड) या मछली की आबादी के अन्य पशुओं में रोग का निदान किया गया है।
लोगों, पशुओं और उनके साझा किए गए वातावरणों के बीच परस्पर-सम्बन्ध को समझना, इष्टतम स्वास्थ्य परिणाम प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण है। इस परस्पर-सम्बन्ध को "एक स्वास्थ्य" कहा जाता है।
एण्टीबायोटिक-खिलाए-गए के बारे में इन वीडियोज़ को देखें:
रोगाणु-रोधी प्रतिरोध: पशुधन के क्षेत्र में एण्टीबायोटिक्स और सार्वजनिक स्वास्थ्य पर उनका प्रभाव
कारखाने के खेत, एण्टीबायोटिक्स और सुपरबग्स: टीईडीएक्समैनहट्टन में लान्स प्राइस
बांग्लादेश में एएमआर से निपटना- एक ‘एक स्वास्थ्य’ दृष्टिकोण
References
1 Arsenault, C. (2015, March 24). A huge spike in antibiotic-fed livestock is bringing the superbug epidemic even faster than feared. Retrieved from https://www.businessinsider.com/r-soaring-antibiotic-use-in-animals-fuels-super-bug-fears-2015-3
2 Food Print Organization. (2019). Antibiotics in Our Food System. Retrieved from http://www.sustainabletable.org/257/antibiotics
3 O'Neill, J. (2015). Antimicrobials in Agriculture and The Environment: Reducing Unnecessary Use and Waste. The Review on Antimicrobial Resistance. Retrieved from https://ec.europa.eu/health/amr/sites/amr/files/amr_studies_2015_am-in-agri-and-env.pdf
4 CDC. (2013). Antibiotic Resistance [Picture]. In www.cdc.gov. Retrieved from https://www.cdc.gov/drugresistance/pdf/AR-and-Food.pdf
5 WHO. (2017). Stop using antibiotics in healthy animals to preserve their effectiveness. Retrieved from https://www.who.int/news-room/detail/07-11-2017-stop-using-antibiotics-in-healthy-animals-to-prevent-the-spread-of-antibiotic-resistance